उठहु राम भंजहु भव चापा, मेटहु तात जनक परितापा:- विश्वामित्र

भास्कर न्यूज़ एजेंसी

15 मार्च 2023

उठहु राम भंजहु भव चापा, मेटहु तात जनक परितापा:- विश्वामित्र

ब्यूरो चीफ अनुपम कुमार की रिपोर्ट

तीन दिवसीय रामलीला कार्यक्रम का हुआ समापन:-

बाराबंकी l ब्लॉक सूरतगंज के अंतर्गत ग्राम गोसाई पुरवा में तीन दिवसीय चल रहा रामलीला कार्यक्रम मंगलवार को समाप्त हो गया l जिसमें तमाम कलाकारों ने रामलीला कार्यक्रम का मंचन किया कार्यक्रम देखकर दर्शक झूम उठे l
वहीं पर, सीता स्वयंवर तथा लक्ष्मण-परशुराम संवाद का मंचन किया गया। महाराज जनक का दरबार में धनुष यज्ञ की तैयारी हो रही थी। सीता स्वयंवर में अनेक देशों के राजा पधारे हुए थे। इस अवसर पर महर्षि विश्वामित्र राम-लक्ष्मण के साथ यज्ञशाला में आए।

तुलसीदास ने लिखा है कि जाकी रही भावना जैसी, प्रभु मूरति देखी तिन तैसी। सीता स्वयंवर में सभी राजा धनुष नहीं उठा सके यहां तक कि रावण और बाणासुर जैसे योद्घा भी शिव धनुष को हिला तक नहीं सके। इस अवसर पर रावण-बाणासुर संवाद बड़े जोशीले और मर्मस्पर्शी रहे। जब सभी राजा लोग शिव धनुष के समक्ष शक्तिहीन हो गए तब महर्षि विश्वामित्र ने राम से कहा-उठहु राम भंजहु भव चापा। मेटहु तात जनक परितापा। जब राम ने शिव धनुष तोड़ा तो रंगमंच पर जोरदार आवाज हुई मानो धरती हिल गई हो। धनुष टूटते ही भगवान परशुराम का आगमन हुआ। आते ही उन्होंने क्रोधित होकर बैठे सभी राजाओं पर कोड़े बरसाए। इसके बाद लक्ष्मण परशुराम के जोशीले संवाद हुए।
रामलीला कार्यक्रम के कलाकारों ने दर्शकों का दिल जीत लिया वही जनक का किरदार उत्तम कुमार निभा रहे थे l सुनील कुमार रावण का किरदार में मिल्की राम बाणासुर के किरदार निभा रहे थे
इस अवसर पर जगत राम, संजय, अनुराग, रामलाल, मोनू ,संदीप त्रिवेदी, लल्लन यादव, सहित तमाम दर्शक मौजूद रहे l

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