बहराइच में कोतवाली देहात क्षेत्र निवासी एक व्यवसाई की पत्नी का बीमारी के चलते निधन हो गया। लेकिन उसके कोई पुत्र नहीं था। इस पर बेटियों ने पुत्र धर्म का पालन किया। शव को कंधा देकर अंत्योष्टि स्थल तक ले गए थे। इसके बाद बेटी ने चिता को मुखाग्नि दी। इसकी चहुंओर सराहना की जा रही है।
कोतवाली देहात के सिविल लाइन निवासी गोपाल दास लखमानी क्लासिक बेकर्स की दुकान का संचालन करते हैं। उनकी पत्नी अंजलि लखमानी बीमार चल रही थी। जिसके चलते उनका निधन हो गया था। गोपाल दास के परिवार में कोई पुत्र नहीं है। तीन पुत्रियां हैं। इस पर मां के शव को पुत्रियां जय श्री लखमानी, वाणी लखमानी और अन्नतिका ने कंधा दिया था।
इसके बाद शव को त्रिमुहानी घाट अंत्येष्टि स्थल ले गए। यहां पर बड़ी बेटी ने चिता को मुखाग्नि दी। इससे अंतिम संस्कार स्थल पर मौजूद लोग गमगीन हो गए। साथ ही सभी के मुंह से निकल पड़ा बेटियां किसी से कम नहीं होती हैं। बेटी द्वारा कंधा देने और चिता को आग लगाने की फोटो भी जिले में सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसकी लोग सराहना कर रहे हैं।