Bhaskar News Agency
Nov 03, 2019
जयपुर (जुवेर)- चिकित्सा विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के चलते घर के पास ही इलाज की सुविधा देने वाली 28 जिलों में मोबाइल मेडिकल यूनिट और वैन बंद पड़ी है। सेवा प्रदाता संस्था का अनुबंध खत्म हो गया है। सरकार चाहती तो टेंडर खत्म होने से पहले ही प्रोसेस करके या एक और साल के लिए टेंडर बढ़ाकर आमजन को इलाज की सुविधा दे सकती थी। लेकिन ऐसा नहीं करके विशेष फोकस वाले जिलों व ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के सामने समस्या खड़ी हो गई है।
एक तरफ प्रदेश जहां मौसमी बीमारियां जैसे मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, स्क्रब टाइफस, स्वाइन फ्लू की चपेट में है, वहीं मोबाइल मेडिकल यूनिट और वैन बंद होने से स्वास्थ्य सेवाओं पर खतरा मंडराने लगा है। हालांकि नेशनल हैल्थ मिशन के अधिकारियों का दावा है कि 28 में से कुछ जिलोंं में ही बंद है। अौर शेष यथावत चल रही है। जबकि हकीकत ये है कि जब सेवा प्रदाता संस्था से अनुबंध ही खत्म हो गया, तो कैसे चल सकती है। जिलों के सीएमएचओ ने शिविर का निर्धारित कार्यक्रम भी नहीं भेजा।