मुर्गा-बीड़ी के नाम पर सालभर में 625 लोगों की कर दी गई हत्या

Bhaskar News Agency

Sep 24, 2019

बिलासपुर- क्षणिक आवेग में हत्या के मामले में छत्तीसगढ़ देशभर में अव्वल है। प्रदेश के जगदलपुर में कोडेनार थाना क्षेत्र क्षणिक आवेग में हत्या मामलों में सबसे आगे है। यहां पर साल भर में 125 लोगों की हत्या कर दी गई। वहीं दूसरे नंबर पर बिलासपुर का नाम है, जहां 113 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। प्रदेश में वर्ष 2018 के दौरान 4036 लोगों की विभिन्न कारणों से हत्याएं हुई। इनमें से 625 के पीछे क्षणिक आवेग कारण था। एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार, महज किसी ने खाना नहीं देने पर पत्नी की हत्या कर दी या मुर्गा, बीड़ी के नाम पर लोगों को मार डाला गया। हालांकि ऐसे ज्यादातर मामलों में आरोपियों ने खुद ही थाने पहुंचकर सरेंडर कर दिया।

                                                   एशिया में सबसे अधिक हत्याओं के लिए कुख्यात है कोडेनार थाना क्षेत्र 

  1. छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले के कोडेनार इलाके में सबसे अधिक हत्याएं होती है। यह इलाका सिर्फ देश नहीं बल्कि एशिया में सबसे अधिक हत्याओं के लिए कुख्यात है। रिकॉर्ड में आधिकारिक तौर पर सबसे ज्यादा हत्याएं दर्ज हैं। इस इलाके में मामूली बातों जैसे कि नमक, टोना-टोटका के संदेह में एक-दूसरे को मौत के घाट उतार दिया जाता है। 1982 में यहां थाने की शुरुआत हुई। तब से यहां अब तक 700 से भी ज्यादा हत्याएं दर्ज हो चुकी है।
  2. क्षणिक आवेग में हुई हत्याओं के मामले 
    प्रदेशघटनाएं
    छत्तीसगढ़625
    मध्यप्रदेश425
    राजस्थान310
    उत्तरप्रदेश302
    दिल्ली395

    जरा से गुस्से में हत्या के पीछे के कारण 

    • खाना नहीं परोसने पर पत्नी की हत्या कर दी। बीच बचाव करने आए सास व ससुर पर भी चाकू से किया हमला।
    • शराब खरीदने को लेकर विवाद हुअा। इसमें दोस्त ने गाली दी तो उसके गले पर ब्लेड चलाकर मार डाला।
    • शराब के नशे में जरा सा विवाद हुआ तो बच्चों का बैट छीनकर दोस्त के सिर पर मार दिया। इसके बाद पत्थर से सिर कुचल दिया।