Bhaskar News Agency
Oct. 11, 2019
हरदोई(लक्ष्मी कान्त पाठक)राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य सप्ताह के अन्तर्गत 07 से 13 अक्टूबर तक आयोजित होने वाले कार्यक्रम के तहत आज मानसिक स्वास्थ्य विषय पर जिला चिकित्सालय के प्रांगण में एक संगोष्ठी का आयोजन मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 एस0के0 रावत की अध्यक्षता में किया गया। गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए डा0 रावत ने कहा कि मानसिक रोग किसी को भी हो सकता है और इसके मुख्य कारण पारिवारिक एवं आपसी मदभेद, किसी कार्य के न होने से क्षुब्ध होना, परीक्षा में फेल होना, पे्रम पं्रसग टूट जाने आदि के अलावा मानसिक रोगी को काफी गुस्सा आना, बात-बात पर झगड़ना, छोटी-छोटी बातों एवं वस्तुओं को भूल जाना तथा अपने खान-पान आदि का ध्यान रखना होता है। उन्होने उपस्थित एस0एस0 नर्सिग इंस्टूट के छात्र-छात्राओं तथा उपस्थित लोगों से कहा कि अपने परिवार या आस-पास किसी भी व्यक्ति में ऐसे लक्षण पाये जाते है तो समझ जाये कि इसमें मानसिक रोग के लक्षण है और ऐसे मानसिक रोगी को परिवार व समाज की सहानभूति एवं सहयोग की अत्यन्त आवश्यकता होती है, इसलिए ऐसे मानसिक रोग से पीड़ित व्यक्ति को अधिक से अधिक खुशहाल रखने के साथ उन्हें नियमित दिनचर्या एवं खान-पान आदि के बारे में समय से जानकारी देकर उनकी मदद करें और अधिक दिक्कत होने पर तत्काल जिला चिकित्सालय में लाकर मानसिक रोग चिकित्सक को दिखाये और जरूरत होने पर भर्ती भी करायें।
संगोष्ठी को सम्बोधित करते हुए मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा0 ए0के0 शाक्य ने छात्र-छात्राओं से कहा कि वर्तमान में मोबाइल एवं वाटसएप का जमाना है और सभी अपने मोबाइल के माध्यम से मानसिक रोग के सम्बन्ध में अपने नाते रिस्तेदारों के अलावा गांव तथा जनपद वासियों को प्रचार प्रसार के माध्यम से जागरूक करें और बताये कि किसी भी मानसिक रोगी व्यक्ति को जिला चिकित्सालय के मानसिक रोग चिकित्सक को दिखायें और समय से चिकित्सा स्वास्थ्य प्रदान करायें। इस अवसर पर अपने सम्बोधन में नोडल अधिकारी डा0 सुशील कुमार ने कहा कि मानसिक रूप से पीड़ित व्यक्ति कभी-कभी कई प्रकार के अपराधों को अन्जाम देने के अलावा आत्म हत्या भी कर लेते है, परन्तु मनोरोग अभिशाप नही है बल्कि समय से चिकित्सा एवं पारिवारिक समन्वय प्राप्त होने पर बिलकुल ठीक हो जाता है।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक महिला डा0 रविन्द्र सिंह, अपर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा0 सुशील कुमार, क्लीनिकिल साईकोलानिट राम नारायन एवं अंशू सूरी ने भी मानसिक रोग के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी दी। संगोष्ठी में आये सभी अतिथियों का निरीक्षण एवं मूल्यांकन अधिकारी विकास गुप्ता ने आभार व्यक्त किया। इसके उपरान्त मुख्य चिकित्साधिकारी ने मानसिक रोग स्वास्थ्य सप्ताह के अन्तर्गत छात्र-छात्राओं की आयोजित मानसिक रोग स्वास्थ्य जागरूकता रैली को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया।