Bhaskar News Agency
Oct 31, 2019
फर्रुखाबाद (के.पी सिंह) विद्युत वितरण निगम के संविदा कंप्यूटर आपरेटरों को फर्म द्वारा पिछले कई माह से मानदेय का भुगतान नहीं किया गया। इससे संविदा कर्मी हड़ताल पर हैं। एक सप्ताह से आपरेटरों के काम न करने से करीब डेढ़ करोड़ रुपये राजस्व भी प्रभावित हुआ है।
बिजली विभाग में उपभोक्ताओं को विद्युत आपूर्ति व्यवस्था से लेकर राजस्व वसूली तक संविदा कर्मियों के सहारे है। इसके बावजूद संविदा कर्मियों के मानदेय व ईपीएफ आदि के लिए जिम्मेदार गंभीर नहीं हैं।
विभाग के शहर, ग्रामीण व कायमगंज डिवीजन में कैश काउंटरों पर कार्यदायी संस्था द्वारा 54 कंप्यूटर आपरेटर संविदा पर लगाए गए हैं। हालात यह हैं कि एमडी कार्यालय से फर्म का अनुबंध होने से स्थानीय अधिकारियों का दबाव नहीं है।
वहीं कमीशन के खेल में विभाग के आला अधिकारियों का फर्म को संरक्षण प्राप्त है। इसके चलते नगरीय खंड के सभी 10 संविदा कंप्यूटर आपरेटर पांच माह से मानदेय न मिलने से हड़ताल पर चले गए।
25 अक्तूबर से मानदेय भुगतान, ईपीएफ व ईएसआई, बोनस आदि मांगों को लेकर हड़ताल पर चल रहे हैं। सुजीत मिश्रा, अजीत, आदित्य यादव, प्रबल, अवधेश, आकाश आदि कंप्यूटर आपरेटरों ने बताया कि उन लोगों को मई से फर्म द्वारा भुगतान नहीं किया गया। जबकि ग्रामीण खंड के आपरेटरों को 11 माह से मानदेय नहीं मिला है।
फर्म के सुपरवाइजर लगातार टरका रहे हैं। गुरुवार को अधीक्षण अभियंता ने तीन-चार दिन में मानदेय भुगतान कराने का आश्वासन दिया है। भुगतान न मिलने तक वह लोग काम नहीं करेंगे।अधिशासी अभियंता नगरीय आरबी यादव ने बताया कि कंप्यूटर आपरेटरों की हड़ताल से शहरी खंड में करीब एक करोड़, जबकि ग्रामीण खंड में 50 लाख का राजस्व प्रभावित हुआ है। एमडी कार्यालय से कार्यदायी संस्था को मई से भुगतान न दिए जाने की जानकारी मिली है।
मुख्य अभियंता राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि कार्यदायी संस्था को भुगतान दिया जा चुका है। कंप्यूटर आपरेटर यदि हड़ताल पर हैं तो इसकी जिम्मेदारी फर्म की है। जिसे काम नहीं करना है वह छोड़कर चला जाए, कार्यदायी संस्था दूसरे कर्मचारी उपलब्ध कराएगी। विभाग की जिम्मेदारी सिर्फ फर्म को भुगतान करने की है।