Bhaskar News Agency
Oct 02, 2019
मुजफ्फरपुर- यहां पंचों और लोगों ने भीड़ की हिंसा की घटनाओं को राेकने के लिए यह फैसला लिया है कि अब बच्चा चोर की अफवाह में किसी निर्दोष काे मारा-पीटा तो उन सभी लोगों का सामाजिक बहिष्कार होगा। ऐसे ही फैसले बेतिया, मोतिहारी, दरभंगा और मधुबनी में भी हुई सात पंचायतों में लिए गए हैं।
ये फैसले दैनिक भास्कर और गांवों की पंचायतों के अहिंसा अभियान के तहत लिए जा रहे हैं, जिसकी शुरुआत आज गांधी जयंती से हुई है। उद्देश्य, गांव-गांव में लोगों जोड़कर एक ऐसी भीड़ खड़ी करना है, जिसका चेहरा भी है और मकसद भी। ये भीड़ समझदार है और अब अहिंसा के रास्ते पर चलकर बेकसूर जिंदगियां बचाएगी। न बुरा सुनेगी-न बुरा देखेगी-न बुरा बोलेगी। शुरुआत छोटी ही सही, पर एक जिंदगी भी बचा पाए तो बड़ा पुण्य होगा।
क्योंकि पिछले दो माह में सीतामढ़ी, दरभंगा, समस्तीपुर, बेतिया, मधुबनी और मोतिहारी में लगभग 63 घटनाएं भीड़ की हिंसा की हुई है। बेकाबू भीड़ ने दो लोगों को मौत के घाट भी उतार दिया। कुछ को इतना मारा कि वे अब भी ठीक से चल नहीं पा रहे हैं। इस हिंसा में कई बेकसूर जेल में भी बंद है, क्योंकि उनका नाम पुलिस एफआईआर में दर्ज था। जबकि वे घटना के वक्त मौजूद ही नहीं थे। अब उनके परिजन परेशान हैं। हालात ये हो गए हैं कि लोग अनजान गांवों और इलाकों में जाने में कतराने लगे हैं। उन्हें डर है कि बच्चा चोर कहकर कहीं भीड़ उनकी जान लेने पर उतारू हो जाएगी।