Bhaskar News Agency
Oct 02, 2019
भोपाल- हनी ट्रैप केस की जांच के लिए राज्य सरकार ने अब डीजी स्तर के सीनियर आईपीएस अधिकारी राजेंद्र कुमार को एसआईटी का जिम्मा सौंपा है। मौजूदा एसआईटी चीफ संजीव शमी को बदलकर पुलिस भर्ती एवं एंटी नक्सल ऑपरेशनमें भेजा गया है। 9 दिन पहले बनी एसआईटी में यह तीसरा बदलाव है। राजेंद्र कुमार 1985 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं।
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इसके साथ ही कुछ और सीनियर आईपीएस अधिकारियों के कामकाज में परिवर्तन किया है। उन्होंने पुलिस अफसरों के विवादों के बीच बड़ी सर्जरी में तीन वर्ष से ज्यादा एक स्थान पर पदस्थ वरिष्ठ अफसरों को भी बदल दिया है। राजेंद्र कुमार के साथ एसआईटी टीम में एडीजी सायबर क्राइम मिलिंद कानस्कर और एसएसपी इंदौर रुचि वर्धन मिश्र रहेंगी। मंगलवार की देर शाम मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मुख्य सचिव एसआर मोहंती और डीजीपी वीके सिंह से इस बारे में चर्चा करने के बाद एसआईटी को बदला है।
इसके साथ ही स्पेशल डीजी सायबर सेल व एसटीएफ प्रमुख पुरुषोत्तम शर्मा को भी डीजीपी से विवाद के चलते हटना पड़ा। उन्हें संचालक लोक अभियाेजन का जिम्मा दिया गया है। वे राजेंद्र कुमार की जगह पर जाएंगे। संजीव शमी को एसआईटी से हटाए जाने पर कहा जा रहा है कि राज्य सरकार यह मान रही है कि हनी ट्रैप केस की जांच के लिए एटीएस सही एजेंसी नहीं है। वहां से सिलेक्टिव लीक जांच को प्रभावित कर रहे हैं।