Bhaskar News Agency
Nov 03, 2019
सीतापुर(विमलेश मिश्रा) गरीब परिवार के मुखिया की मौत के बाद पारिवारिक लाभ योजना में लाभार्थियों के चयन में शासनादेश का पालन नहीं किया गया। मनमाने तरीके से लाभार्थियों का चयन कर दिया है। योजना में विभाग ने 500 से अधिक लाभार्थियों की सूची तैयार की है।
लाभार्थियों के चयन में गड़बड़ी की आशंका को लेकर डीएम ने कई आपत्तियां लगाई। उन्होंने सीडीओ को ब्लॉकवार रेंडम आधार पर पांच-पांच आवेदकों की जांच के निर्देश दिए हैं।
समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित पारिवारिक लाभ योजना में जिम्मेदार मनमानी कर रहे हैं। वह जीओ का पालन नहीं कर रहे हैं। इससे पात्रों को लाभ नहीं मिल पा रहा है। इसमेें विभाग एवं कथित दलालों की संलिप्तता है।
इससे पात्र गरीब भटक रहे हैं। शासनादेश के मुताबिक किसी भी परिस्थिति में ऑनलाइन आवेदन के 75 दिन बाद कोई भुगतान जिले स्तर से करना संभव नहीं होगा।
ऐसे मामलों में कारण सहित पूरी स्थिति डीएम द्वारा निदेशक समाज कल्याण को संदर्भित की जाएगी। निदेशक प्रस्ताव का परीक्षण कर और शासन की स्वीकृति प्राप्त करने के बाद ही ऐसे मामलों में भुगतान कर सकेंगे, इसका पालन नहीं किया गया।
इस समय सीमा से अधिक वाले आवेदनों को भी स्वीकृति के लिए भेजा गया। इसके पूर्व जिन लाभार्थियों को धनराशि भेजी जा चुकी है, उस सूची में भी ऐसे आवेदकों को लाभ पहुंचाया गया है।
तीन साल बीत पर नहीं मिला लाभ
पारिवारिक लाभ योजना में आवेदन करने वाली रामकली, नसीरा, रामरानी, कमला देवी, सहीदन, मैंसरजहां समेत 50 लाभार्थियों को 2016 में संबंधित एसडीएम ने पात्र पाते हुए लाभ देने के लिए समाज कल्याण को भेजा था। आरोप है कि सुविधा शुल्क न देने के कारण इन्हें लाभ नहीं मिला।
जीओ के बिन्दु सात में स्पष्ट कहा गया है कि जिन आवेदनों की जांच के बाद भुगतान के लिए एसडीएम की संस्तुति प्राप्त हो जाती है और जिनका पीएफएमएस के माध्यम से भी बैंक खाते का सत्यापन हो जाता है, ऐसे सभी अंतिम रूप से पात्र लाभार्थियों की अंतिम सूची तैयार कर डीएम के समक्ष स्वीकृति के लिए प्रस्तुत की जाएगी।
पारिवारिक लाभ योजना का लाभ देने के लिए समाज कल्याण अधिकारी ने 531 लाभार्थियों की सूची अनुमोदन के लिए भेजी थी। इस पर डीएम कई आपत्तियां दर्ज की है, जिसकी जांच की जा रही है। ब्लॉकवार रेंडम आधार पर पांच-पांच आवेदकों की जांच के निर्देश संबंधित एसडीएम को दिए गए हैं। इसकी रिपोर्ट मिलने के बाद कार्रवाई की जाएगी।