Bhaskar News Agency
Oct. 15, 2019
फर्रुखाबाद / मोहम्मदाबाद (सदानंद)- भास्कर न्यूज़ संवाददाता सदानंद ।। भारत सरकार की पहल स्वच्छ भारत अभियान में भी कचरे में दवे गांव अभियान की उड़ा रहे धज्जियां।। मोहम्मदाबाद विकास क्षेत्र के ग्राम पंचायतों के गांवों की हालत इतनी खराब है कि स्वच्छता के विपरीत है शहरों या महानगरों में तो स्वछता देखने को मिलती है पर ग्राम पंचायतों गांव गांव में गरीबों मजदूरों के पास भूमि नहीं है यही कारण है कि घर का कचरा कहां डालें क्या करें और अफसोस इस बात का है कि देश आजाद वर्ष 1947 में हुआ था लेकिन अभी तक गरीब मजदूर आजाद क्यों नहीं बड़ी मुश्किल की बात है ग्राम समाज की भूमि पर तो कब्जा दबंगों का है और रही बात आवासों शौचालयों की तो उसका भी सारा पैसा ग्राम पंचायतों के प्रतिनिधि दबंगई से धमकी देकर निकाल लेते हैं और आवास शौचालय भी नहीं बनवाते हैं कुछ तो लोग ऐसे हैं कि अपने रुतबे से स्वच्छ जगह पर ही कचरा डाल देते हैं कोई कुछ कह दे तो झगड़ा करने को तैयार हो जाते हैं और हो भी क्या शहर तो अधिकारियों की निगरानी में रहते हैं इसलिए शहरों की सफाई रहती है क्या किसी कर्मचारी ने कभी यह सोचा कि चलो पंचायतों को देखें इतना समय किसके पास है भारत सरकार का स्वच्छता अभियान को पूरे प्रयास से चलाया जा रहा है लेकिन एक बात तो है चाहे अधिकारी हो या कर्मचारी या ग्राम पंचायत प्रतिनिधि गांव स्वच्छ हो या ना हो पर कागज साफ और स्वच्छ है।