Bhaskar News Agency
Nov 03, 2019
सीतापुर। शासन के आदेश पर बाढ़ पीड़ितों को बसाने के लिए जमीन खरीदने में बड़े घोटाले का मामला सामने आया है। किसानों से सस्ती जमीन खरीदकर वही जमीन सरकार को अधिक रेट में देने के लिए बिचौलियों का काम करने वालों पर शिकंजा कसा जाने लगा है।
ऐसे ही प्रकरण में बिसवां तहसीलदार ने रजिस्ट्रार कानूनगो व लेखपाल सहित तीन लोगों के खिलाफ कोतवाली में केस दर्ज कराया है। केस दर्ज होने से तहसील कर्मियों में हड़कंप मचा है। सही ढंग से जांच हुई तो इसमें बड़े लोग भी फंस सकते हैं। पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
बिसवां तहसीलदार राजकुमार गुप्ता ने बिसवां कोतवाली में तहसील क्षेत्र में तैनात रजिस्ट्रार कानूनगो रामनरेश, लेखपाल अविनाश रस्तोगी व बिचौलिया प्रहलाद के खिलाफ संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है। आरोप है कि बाढ़ पीड़ितों को बसाने के लिए सरकार द्वारा किसानों से जो जमीन खरीदी गई। उसमें कई तरह से अनियमितता की गई है।
उपरोक्त तीनों पर जमीन खरीद में गड़बड़ी का आरोप है। दरअसल बाढ़ पीड़ितों को बसाने के लिए सरकारी आदेश पर प्रशासन ने किसानों से जमीन खरीदी थी। ये जमीन बिसवां तहसील क्षेत्र के रेउसा आदि इलाके में बाढ़ पीड़ितों को बसाने के लिए ली गई थी। इस जमीन खरीद मेें घोटाले की शिकायतें आई थीं।
इसमें कहा गया था कि तहसील प्रशासन के कुछ जिम्मेदारों ने किसानों से तो सस्ती दर पर जमीन खरीदी, लेकिन उसी जमीन को सरकारी अभिलेखों में महंगा दिखाकर गड़बड़ी की गई है। जिसके बाद से मामले की जांच पड़ताल चल रही थी। सूत्र बताते हैं कि इसी सिलसिले में उक्त तीनों लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है।
इंस्पेक्टर बिसवां ओपी तिवारी का कहना है कि तहसीलदार ने भूमि क्रय में अनियमितता को लेकर केस दर्ज कराया है। रजिस्ट्रार कानूनगो रामनरेश वर्मा, लेखपाल अविनाश रस्तोगी व एक अन्य प्रहलाद के खिलाफ संबंधित धाराओं में केस दर्ज कर जांच की जा रही है।
बाढ़ पीड़ितों को बसाने के लिए जमीन खरीदने में घोटाले को लेकर बिसवां तहसीलदार राजकुमार गुप्ता का कहना है कि रजिस्ट्रार कानूनगो, एक लेखपाल व ग्रामीण प्रहलाद के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। जमीन खरीद में कितनी और किस स्तर से अनियमितता की गई, अभी इसकी जांच चल रही है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई होगी।