चैनल,सोशल मीडिया और अन्य साइटों पर परोसी जाने वाली विकृत मानसिकता के दृश्यों व वक्तव्यों पर संसद भी गंभीरतापूर्वक विचार कर रही है :-डा.अशोक वाजपेयी

Bhaskar News Agency

Dec 08, 2019

हरदोई (लक्ष्मीकान्त पाठक)सरकार हर संभव प्रयास महिला सुरक्षा के प्रति तुरंत दोषियों को पकड़कर कार्रवाई कर रही है यही नहीं, टीवी चैनल,सोशल मीडिया और अन्य साइटों पर परोसी जाने वाली विकृत मानसिकता के दृश्यों व वक्तव्यों पर संसद भी गंभीरतापूर्वक विचार कर रही है। मूल रूप से भारतीय संस्कृति का ह्रास होना भी कारण है हमें सजग रहकर संस्कार व शैक्षिक वातावरण संतानों में परिष्कृत करने होंगे, तभी ऐसे अपराधों को बदली हुई मानसिकता से नियंत्रण लग सकता है” उक्त विचार राज्यसभा सदस्य डॉ अशोक बाजपेई ने स्वर्गीय रजनीकांत पांडे की पौत्र की शादी समारोह के आशीर्वाद देने के पश्चात एक प्रश्न के उत्तर में व्यक्त किए ।

मालूम हो कि राज्य सभा सांसद डॉ अशोक बाजपेई स्वर्गीय रजनी कांत पांडे के पौत्र विश्वजीत पांडे की शादी समारोह के पश्चात वर वधु को आशीर्वाद देने उनके निवास पर पहुंचे।उन्होंने पारिवारिक जनों से मिलकर वर वधू को आशीर्वाद दिया। इसके उपरांत आजकल की हो रही घटनाओं के मद्देनजर महिला सुरक्षा के गंभीर मुद्दे पर पूछे गए प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि मूल संस्कृति का पतन होने के कारण इन घटनाओं की आवृत्ति हो रही है जिसमें पारिवारिक संस्कृति और अभिभावकों की सजगता और सहयोग बहुत जरूरी है।
श्री वाजपेई ने कहा कि इन घटनाओं को रोकने के लिए सरकार सतत प्रयत्नशील है और घटनाएं हो जाने पर तुरंत कार्यवाही भी होती है किंतु यह पूर्णरूपेण तभी संभव होगा, जब माता-पिता, अभिभावक अपनी संतानों में सांस्कृतिक वातावरण पैदा कर उन्हें संस्कारवान बनाएं।विकृत मानसिकता के लोग इन घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं टीवी चैनल, सोशल मीडिया व अन्य प्लेटफार्म पर विकृत मानसिकता के अश्लील, चित्र और संवाद पर लगाम लगाए जाने को लेकर पूछे गए सवाल पर श्री बाजपेई ने कहा कि संसद भी सोशल मीडिया, चैनल्स और अन्य साइटों पर अवांछनीय दृश्यों, वक्तव्यों और विज्ञापनों पर नजर बनाए हुए हैं सी कृषि इन सभी मुद्दों पर संसद में चर्चा की जाएगी और इस पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है ।उन्होंने कहा कि सरकार की तो यह जिम्मेदारी है कि महिला सुरक्षा के प्रति संजीदा रहकर सुरक्षा का मापदंड अपनाए जो अपना भी रही है किंतु उसमें जन सहयोग भी अपेक्षित है।केवल सरकार पर ही दायित्व को छोड़ देना न्याय संगत नहीं है परिवारों में संस्कार पूर्ण आचरण करने की परंपरा का समाज को पाश्चात्य संस्कृति को त्याग कर मूल संस्कृति को अंगीकृत करने से ऐसी दूषित मानसिकता के विचारों को खत्म किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं दुखद है। न्याय प्रक्रिया में देरी होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह सत्य है कि इन घटनाओं के निर्णय में फैसला आने में देरी हो जाती है जिससे लोगों का न्याय के प्रति उदास होना लाजिम है पर यह कतई नहीं कहा जा सकता कि कानून को अपने हाथ में लिया जाए। सरकार ऐसी घटनाओं को शीघ्र न्याय दिलाने की प्रक्रिया पर गंभीरता से विचार कर रही है।आशीर्वाद कार्यक्रम में6 श्री बाजपेई के साथ काफी संख्या में समर्थक भी श्री पांडे जी के निवास पर पहुंचे। इसके बाद श्री बाजपेई श्री राम सिंह तोमर की धर्मपत्नी के स्वर्गवास हो जाने संवेदना व्यक्त करने पहुंचे। प्रधान उधरनपुर त्रिपुरेश मिश्रा के पिताजी के देहावसान में ना पहुंच पाने के कारण संवेदना व्यक्त करने उनके निवास पर पहुंचे। यही नहीं, पूर्व ब्लाक प्रमुख उदय राज जी चंदेल के अस्वस्थता का हाल जानने उनके निवास पहुंचे। उनके साथ प्रमुख रूप से भाजपा नेता पारुल दीक्षित, कैलाश दीक्षित,अनुज पी ए नीरज बाजपेई आदि उपस्थित रहे।