Bhaskar News Agency
Nov 05, 2019
लखनऊ(अलका)- उत्तर प्रदेश पॉवर कार्पोरेशन के कर्मचारियों के पीएफ घोटाले को लेकर सरकार और विपक्ष के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया। बसपा सुप्रीमो मायावती और कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी के हमले के बाद अब सीएम योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष को जवाब देने की कमान खुद ही संभाल ली है। योगी ने साफ शब्दों में कहा है कि बिजलीकर्मियों के जीपीएफ और सीपीएफ की राशि मेहनतकशों की वर्षों की साधना से इकट्ठा हुई है। भ्रष्टाचार के चूल्हे में मेहनत की लकड़ी नहीं जलेगी।
सीएम योगी आदित्यनाथ के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से मंगलवार को ताबड़तोड़ कई टि्वट किया है। योगी ने कहा है कि बिजलीकर्मियों की रकम की पाई-पाई की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। भ्रष्टाचार से प्यार,न लुटेरों को दुलार इन्हें मिलेगी जेल की दीवार, यही है योगी सरकार।
सीएम ने लिखा है, ” भ्रष्टाचार के किले पर, सदाचार का प्रखर प्रहार, कदाचारी जा रहे जेल तो सारे भ्रष्टाचारी करें गुहार। मेहनतकशों की गाढ़ी कमाई की खूब मचाई बंदरबाट, भ्रष्ट तंत्र की शह पा करके, वर्षों की तुम सबने ठाट। जनता को धोखा देने वालों के अब दिन हो चले हैं पूरे।”
योगी के ट्विटर अकाउंट पर लिखा है कि भ्रष्टाचारी गिद्धों ने जब,अपनी आँख जमाई तब अत्याचारों के खिलाफ संतों ने अलख जगाई है। सीएम की जीरो टॉलरेन्स तलवार’ के वार से भ्रष्टाचारी त्राहिमाम कर रहे हैं। यूपीपीसीएल के पूर्व एमडी जो अखिलेश यादव के नयन तारे थे, इन्हें 3 बार सेवा विस्तार मिला था हिरासत में लिए गए हैं। तो भाई अखिलेश बाबू, ये रिश्ता क्या कहलाता है