- पायलट अमोल यादव ने रविवार को मोदी से कहा- 19 साल तक संघर्ष किया, उड़ान में सफल रही तो देश में छोटे और हल्के विमान बनाएंगे
Bhaskar News Agency
Oct 21, 2019
मुंबई/नई दिल्ली- मुंबई के गोरेगांव के अमोल यादव पेशे से कमर्शियल पायलट हैं। उन्होंने 19 साल तक चले लंबे संघर्ष के बाद उनके खुद के बनाए छह सीटों वाले देसी विमान को दो दिन पहले नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने उड़ाने की अनुमति दे दी। रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बुलावे पर वे दिल्ली पहुंचे और उनसे मुलाकात की। उन्होंने अमोल के प्रयास को सराहते हुए पूछा- अब आपका सपना तो पूरा हुआ। इस पर अमोल ने कहा- ‘सिर्फ मेरा ही नहीं बल्कि मेरे पूरे परिवार का सपना साकार हुआ है।’ उन्होंने उम्मीद जताई कि उड़ान में सफलता मिलती है, तो देश में अपनी जरूरतों के हिसाब से हल्के व सस्ते विमान के निर्माण का नया दौर शुरू होगा। उन्होंने 19 सीटों वाले विमान का निर्माण भी शुरू कर दिया है।
अमोल ने बताया कि 90 के दशक में उन्होंने 19 साल की उम्र में अमेरिका में पायलट की ट्रेनिंग ली थी। जब भारत लौटे तो यहां एयरक्राफ्ट खरीदने का प्रयास किया। पता चला कि भारत में एयरक्राफ्ट नहीं बनाए जाते। तब खुद एयरक्राफ्ट बनाने का ख्याल आया। करीब 19 साल पहले चारकोप इलाके में अपने घर की छत पर ही विमान बनाना शुरू कर दिया था। यह उनका बनाया तीसरा विमान है।