कानपुर के कर्नलगंज सीओ समेत सात को आजीवन कारावास

Bhaskar News Agency

Nov 09, 2019

जालौन- 15 साल पहले कोंच कोतवाली के अंदर सपा नेताओं समेत तीन लोगों की गोलियों से भूनकर हत्या करने के मामले में कानपुर जिले के कर्नलगंज सीओ समेत सात लोगों को गुरुवार को दोषी करार दिया गया था। अपर एवं सत्र न्यायाधीश एडीजे प्रथम अमित पाल सिंह ने सीओ भगवान सिंह, तत्कालीन दारोगा लालमणि गौतम, अनिल कुमार राठौर, कांस्टेबल अखिलेश कुमार, कांस्टेबल राम नरेश त्यागी, कांस्टेबल सत्यवीर सिंह और कांस्टेबल राकेश बाबू कटियार को आजीवन कारावास और बीस-बीस हजार रुपये जुर्माने की सजा सुनाई। सजा सुनाने के बाद सभी को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। इस मामले में मुख्य आरोपित तत्कालीन कोतवाल देवदत्त सिंह राठौर और कांस्टेबल भगवानदास सोनी की ट्रायल के दौरान मौत हो चुकी है।
घटना एक फरवरी 2004 की है। कोंच कोतवाली में पकड़ कर लाए गए कुछ लोगों को छुड़ाने पहुंचे सपा नेता सुरेंद्र निरंजन, उनके भाई रोडवेज कर्मचारी महेंद्र निरंजन व दयाशंकर झा की तत्कालीन कोतवाल देवदत्त  सिंह राठौर से कहासुनी हो गई। कोतवाल ने तैश में आकर अपनी सर्विस रिवॉल्वर से तीनों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। कोतवाली परिसर में हुए तिहरे हत्याकांड के बाद पुलिस के खिलाफ जिले भर में आगजनी की घटनाएं हुई थीं। गुस्साई भीड़ ने 16 से अधिक बसें जला दी थीं। कोतवाली से लेकर तहसील तक में आग लगा दी गई थी। जनाक्रोश के चलते मामले ने सियासी रंग ले लिया था। तत्कालीन कोतवाल देवदत्त सिंह राठौर व उनके पुत्र अनिल राठौर, उप निरीक्षक भगवान  सिंह, लालमणि गौतम, सिपाही अखिलेश कुमार, भगवान दास व रामनरेश त्यागी समेत नौ लोगों के विरुद्ध हत्या की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया था।
सभी आरोपितों को जेल जाना पड़ा और उनके खिलाफ कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल किया गया।